लेखनी कविता प्रतियोगिता -08-Dec-2022 बच्चे करते विनती
शीर्षक-बच्चे करते विनती
विषय-विनती
बच्चे करते विनती....
दिल में छांव बस्ती...
हे प्रभु! तुम हो हमारे सागर,
करना हमारी नैया पार।
सुबह उठकर करती पूजा,
प्रभु तेरे बिन कोई न दूजा।
बच्चे करते विनती....
दिल में छांव बस्ती...
प्रभु देना हमारा साथ,
कभी ना छोड़ना हमारा हाथ।
हम तो बच्चे हैं नादान,
करना हमारी गलती माफ।
बच्चे करते विनती....
दिल में छांव बस्ती...
श्रद्धा के सुमन तुम्हें चढ़ाते,
मन के भाव तुम्हें लिखते।
सुनना हमारे मन की भावना,
पूरी करना हमारी प्रार्थना।
बच्चे करते विनती....
दिल में छांव बस्ती...
बच्चे होते सच्चे,
मन के होते अच्छे।
हे प्रभु सुनना आवाज,
पूरी करना अरदास।
बच्चे करते विनती....
दिल में छांव बस्ती...
लेना प्रभु धरती पर अवतार,
धरती पर बढ़ रहे अत्याचार।
धरती पर बसा दो तुम इंसान,
हम बच्चों की विनती यही आज।
बच्चे करते विनती....
दिल में छांव बस्ती...
लेखिका
प्रियंका भूतड़ा
Gunjan Kamal
17-Dec-2022 05:25 PM
बहुत ही सुन्दर
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Sachin dev
09-Dec-2022 05:47 PM
Nice 👌
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Varsha_Upadhyay
08-Dec-2022 09:15 PM
बहुत खूब
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